साया/ हमसाया

साया ही है हमसाया

घूप-छाँव से फंसती निकलती

अपने-पराये से बचती निकलती

सुख में हों या दुख में

हर पल अपना साथ है देती

ज्ञानी- अज्ञानी, गुणी-निर्गुण, स्वच्छ-निर्मल

सब परिभाषा से परे

साथ है देती साया

इसलिए है साया हमसाया

Kadambari

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