अदब में हो या की सदका
सर उतना ही झुकाइये
की जिस दर पर झुके
उन्हें ये ना लगे
“है आपके पास और दर ही कहाँ
आते हैं तो आइये चले आइये “
हमसे ना सही कम से कम
परवरदिगार से खौफ खाइये
Kadambari Kishore
अदब में हो या की सदका
सर उतना ही झुकाइये
की जिस दर पर झुके
उन्हें ये ना लगे
“है आपके पास और दर ही कहाँ
आते हैं तो आइये चले आइये “
हमसे ना सही कम से कम
परवरदिगार से खौफ खाइये
Kadambari Kishore