वसीयत में तू क्या दे गया होगा ?
हक जताने के लिये मैंने क्या रख लिया होगा?
क्या-क्या चाहिए एक पूरा हिसाब कर रखा होगा
तू गवाही देगा खुद-ब-खुद वक्त की शक्ल में
कुछ पुराने कागज, एक पुराना प्रेम पत्र
जो नि:संदेह मेरे लिए नहीं लिखा गया था
एक डायरी, डायरी में लिखी कुछ शायरी
कुछ जाम के प्याले , तेरे सपने
Kadambari