इंसा गर खुदा बन भी जाये
तो खुद को खुद से ही मिटाना होगा
तुम खुदा नहीं बदलोगे कभी
दुनिया वालों ये वादा भी निभाना होगा
हर रस्म बदल दी ज़माने की खुद के लिए
रस्म-ए-वफ़ा तो खुदा के लिए निभाना होगा
Kadambari
इंसा गर खुदा बन भी जाये
तो खुद को खुद से ही मिटाना होगा
तुम खुदा नहीं बदलोगे कभी
दुनिया वालों ये वादा भी निभाना होगा
हर रस्म बदल दी ज़माने की खुद के लिए
रस्म-ए-वफ़ा तो खुदा के लिए निभाना होगा
Kadambari