बीज

कब तक अपने ख्वाबों को

ख्यालों की जमीन पर बोइये

अब वक्त है हकीकत की जमीन

पर इन्हें उगाइये

क्या छूट गया पीछे भूल जाइये

जो है आज सामने उसे सच मानिये

गले लगाइये

Kadambari

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