प्रवासी पक्षी
नहीं होते देशी
नहीं कहलाते विदेशी
कहलाते भी नहीं
अपने लेकिन
इन सबसे परे वो आते हैं हर साल
सारी कठिनाइयों को पार कर
सिर्फ मिलने उस मिट्टी से जहां की फिज़ा
उन्हें उनके अपने होने का एहसास देती है
इस एहसास को लेकर मीलों उड़ आते हैं
प्रवासी पक्षी
Kadambari