कौम

तितलियाँ और मधुमक्खियाँ

नहीं थकती बाग़- बाग़ घूमने से

शहद और पराग जमा करने से

नहीं डरतीं फूलों में छिपे काटों से

मुश्किलों का सामना करने से

हालात का सामना करने की ये हिम्मत

उन्हें अलग रखती है उन्हें

उनकी कौम से

Kadambari Kishore

Leave a comment