आवारगी

आवारगी का एक नमूना ये भी है

तन्हाइयों से गुफ्तगू करते हुए

चंद नज़्में कागज़ पर उकेर दी जाएं

और छोड़ दी जाएं वक़्त के सिरहाने

गर नींद खुली और होश कायम रहा

वक़्त टटोल कर पढ़ लेगा

आवारा शायर की आवारगी की नज़्में

और शायद सजा दे उस शायर के लिये बज़्में

कौन जाने ? वक़्त बता दे आवारगी के सब अफ़साने

Kadambari Singh

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