मौजूदगी

जिंदगी हवा सी ना दिखती है

ना ही हवा के जैसे हम इसे छू पाते हैं

लेकिन जैसे हवा की मौजूदगी जरुरी है

सांस लेने के लिये, वैसे ही जिंदगी की मौजूदगी में रिश्ते सांस लेते हैं

Kadambari Singh

प्रकाशित
कविता के रूप में वर्गीकृत किया गया है

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