शिखर

सफलता के शिखर पर पहुँचने की तमन्ना है और इस तमन्ना को पूरी करने की कोशिश में मेरी शब-ओ-सुबह है मैं उस जगह से देखना चाहती हूँ दुनिया ताकि जान सकूं मशहूर और गुमनाम इंसा की दुनिया में इतना फर्क क्यूँ है, ऐसा फर्क क्या है | Kadambari Singh

इमरोज़

जिदंगी ने जब भी दिल से पूछा है ” बता तुझे क्या चाहिए” हर बार दिल से एक ही आवाज़ आयी है ” मुझे इमरोज़ चाहिए” Kadambari Singh

भय

भय क्या है ? किस बात का है ? किससे है और क्यों है ? प्रेम की अनुपस्थिति भय है | विश्वास का कम होना भय है | जिस आने वाले कल का हमें कुछ ज्ञात नहीं उस आने वाले कल की कपोल कल्पना भय है | भय हमें है अपनी ही कमजोरियों से और… Continue reading भय

प्रतिलिपि

असंख्य चेहरे अनेकों भाव अलग-अलग व्यक्तित्व अलग-अलग स्वभाव ये समझकर भी हम कई बार किसी एक व्यक्ति की प्रतिलिपी ढूंढ़ते हैं और यदि वो मिल जाये तो स्वयं के मन की लिपि में बहुत कुछ यूं कहें तो सबकुछ कह जाने की कोशिश की अनुभूति की प्रतिलिपी सम्भव हो तो असंख्य असम्भावनाओं को एक प्रतिलिपि… Continue reading प्रतिलिपि