वे पल बेहतरीन हैं
जब मैं और तुम
दो अलग-अलग व्यक्तित्व होते हुए भी
एक साझा सपना बुनते हैं
जिसमें धोखा नहीं, झूठ नहीं
दोहरा हमारा रूप नहीं
प्रेम है
आकर्षण नहीं
अपनी सीमाएं हैं
वासना नहीं
इन भाव में
हम बेहतरीन प्रेमी हैं
Kadambari Kishore
वे पल बेहतरीन हैं
जब मैं और तुम
दो अलग-अलग व्यक्तित्व होते हुए भी
एक साझा सपना बुनते हैं
जिसमें धोखा नहीं, झूठ नहीं
दोहरा हमारा रूप नहीं
प्रेम है
आकर्षण नहीं
अपनी सीमाएं हैं
वासना नहीं
इन भाव में
हम बेहतरीन प्रेमी हैं
Kadambari Kishore