किरदार

कविताओं की दुनिया में

कल्पनायें बहुत हैं

कहानी की दुनिया में हकीकत ज्यादा है

वैसे ये कहने की बातें हैं

कल्पना और हकीकत सब जगह

कमोबेश कम ज्यादा हैं

हर फर्क़ बस इतना

कहानी में किरदार छुप नहीं सकते

कविता में श्रृंगार ज्यादा है

लेकिन अब कलम कहती है

लिख दे जो लिखना चाहे

तेरे हिस्से में किरदार ज्यादा हैं

Kadambari Kishore

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