जिसे फुर्सत हो
ज़िन्दगी की नौकरी से
वो रखें शिकायतें
किया करें गिले- शिकवे
कुछ लोगों को तो मोहलत ही नहीं
तेरे नखरे उठाने से
जिसे फुर्सत हो
ज़िन्दगी की नौकरी से
वो रखें शिकायतें
किया करें गिले- शिकवे
कुछ लोगों को तो मोहलत ही नहीं
तेरे नखरे उठाने से