Learn Hindi online
बीज जब धरती में
आँखें मूंदे सोती है
वह सोती नहीं तब
अपने-आप को तैयार करती है
अपने कल के लिए
You must be logged in to post a comment.
Previous post
पेड़ अच्छे होते हैं
Next post
कल रात