साया ही है हमसाया
घूप-छाँव से फंसती निकलती
अपने-पराये से बचती निकलती
सुख में हों या दुख में
हर पल अपना साथ है देती
ज्ञानी- अज्ञानी, गुणी-निर्गुण, स्वच्छ-निर्मल
सब परिभाषा से परे
साथ है देती साया
इसलिए है साया हमसाया
Kadambari
साया ही है हमसाया
घूप-छाँव से फंसती निकलती
अपने-पराये से बचती निकलती
सुख में हों या दुख में
हर पल अपना साथ है देती
ज्ञानी- अज्ञानी, गुणी-निर्गुण, स्वच्छ-निर्मल
सब परिभाषा से परे
साथ है देती साया
इसलिए है साया हमसाया
Kadambari