प्रवाह

कभी भी एक रिश्ते से निकलकर

दूसरे रिश्ते में जाना इतना आसान

नहीं होता है, जितना आसान लोग

समझते है लेकिन एक मोड़ के बाद

जिंदगी को भी रोक पाना

इतना सरल नहीं जितना हम समझते हैं

इस लिए छोड़ दिया जीवन रुपी नदी को

स्वतंत्र |

अगर बांधने की कोशिश की तो जीवन

प्रवाह में सब कुछ इधर-उधर हो जायेगा

Kadambari

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