सुख की परिभाषा दुखी से
दुख की परिभाषा सुखी से
पूछेंगे या वो परिभाषित करेंगे
तो सदैव कुछ अधूरा और अपूर्ण सा रहेगा
बिल्कुल वैसे ही जैसे भूख और मेहनत की परिभाषा
आप किसी सेठ या साहूकार से पूछे और
सुख और आराम किसी भूखे या मजदूर
को परिभाषित करनी हो
इसलिए लोगों की बातों को समझना
छोड़ दिया जाना चाहिए
क्योंकि जो भूखा नहीं वो भूख को
परिभाषित भी कर पायेगा नहीं
Kadambari