खोल कर रखो उम्मीद की खिड़कियों को
जिंदगी के घर को सपनों की हवा तो लगे
गर बंद ही रखा झरोखा तो दम तोड़
देंगे और उन सपनों की सडांध में
कैसे जियोगे, क्यूँकि शहर की हवा तो
पहले से ही जहरीली है और
जिंदा रहने के लिये साफ हवा जरुरी है
Kadambari
खोल कर रखो उम्मीद की खिड़कियों को
जिंदगी के घर को सपनों की हवा तो लगे
गर बंद ही रखा झरोखा तो दम तोड़
देंगे और उन सपनों की सडांध में
कैसे जियोगे, क्यूँकि शहर की हवा तो
पहले से ही जहरीली है और
जिंदा रहने के लिये साफ हवा जरुरी है
Kadambari