मैं और तुम

मैं और तुम

सागर और नदी से हैं

नदी के बिना सागर में

असीम जल नहीं

सागर असीमित नहीं

और सागर के बिना

नदी में हर बाधा को पार कर

जाने का सपना नहीं

नदी के लिये कोई अपना नहीं

किसी के लिए अपना सर्वस्व दे दे

ऐसा कुछ उसे लगता नहीं

Kadambari

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