संबल

दुःख बड़ा सबका ही होता है

पुरुष – स्त्री का फर्क़ उसे नहीं होता है

स्त्री का दुःख विपत्ति सा इसलिए

क्यूँकि शिक्षा और आत्मविश्वास के अभाव

में मेरा समाज उसे बड़ा करता है

विलाप करती स्त्री से पता नहीं

समाज को क्या सुख मिलता है ?

ये दर्द वही जानें जिन पर ये वक़्त

सितम करता है।

Kadambari Kishore

Kadambari Kishore

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