जिस तरह हृदय को धड़कने के लिये मात्र श्वास नहीं
रूधीर का अविरल प्रवाह भी चाहिए
उसी तरह जीवन को जीने के लिये मात्र सांसारिक वस्तुएं नहीं
इन सबसे परे खास रिश्तों का अपने पास होना चाहिए
Kadambari Singh
जिस तरह हृदय को धड़कने के लिये मात्र श्वास नहीं
रूधीर का अविरल प्रवाह भी चाहिए
उसी तरह जीवन को जीने के लिये मात्र सांसारिक वस्तुएं नहीं
इन सबसे परे खास रिश्तों का अपने पास होना चाहिए
Kadambari Singh