रूधीर

जिस तरह हृदय को धड़कने के लिये मात्र श्वास नहीं

रूधीर का अविरल प्रवाह भी चाहिए

उसी तरह जीवन को जीने के लिये मात्र सांसारिक वस्तुएं नहीं

इन सबसे परे खास रिश्तों का अपने पास होना चाहिए

Kadambari Singh

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