मुक्कमल

पूरे होने की चाह में

अधूरा रहना आसां तो नहीं

लेकिन किसी का भी होना

कोई मुक्कमल जहां तो नहीं

आज अधूरे हैं लेकिन अधूरे ही रहें

ऐसे कभी कहा तो नहीं

बस एक मुक्कमल ख्वाब की ताबीर में

एक मुक्कमल जीस्त की राह में

पूरे होने की चाह में

अधूरा रहना आसां तो नहीं

आज अधूरे है लेकिन अधूरे ही रहें

ऐसा कभी कहा तो नहीं

Kadambari Singh

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