मैं कविताएं तब तक लिखूँगी
जब तक तुम मेरे पास नहीं हो
जब तुम और हम साथ होंगे
मैं कलम को कागज़ के साथ
विश्राम और एकांत दूंगी
बिल्कुल वैसे ही जैसी शांति
मैं तुम्हारे साथ अपने लिये चाहती हूँ
दुनिया का कोई शोर नहीं
सफलता-असफलता से भयरहित
तब मैं केवल जीवन गीत लिखूँगी
तुम्हारे लिये
Kadambari Kishore