चीख

स्त्रियों पर स्त्रीत्व के बोझ की जगह

स्वतंत्रता और समानता

पुरुषों में पुरुषत्व की जगह

सभ्यता और स्त्री के शरीर की जगह

इंसान और इंसानियत सीखाया होता

तो निर्भया, हाथरस और ना जाने कितनी चीखों से भागकर मुँह छिपाना ना पड़ता

Kadambari Kishore

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