चायनामा

चाय सा है तू जिंदगी में

वैसे तो कुछ भी नहीं

ऐसा भी नहीं तू ना हो तो

जिंदगी चलेगी नहीं

लेकिन जो तू होगा

तो जिंदगी बस वैसी हो जायेगी

जैसे सुबह ‘जब अदरक वाली चाय मिल जाये

शाम जब थक कर लौटें तो फिर चाय मिल जाये’

जब दुनियादारी थका दे, जब पुराने

यार मिल जायें और चाय की चुस्कियाँ लगायें

तो जो सुकून मिलता है

उसी चाय की एक प्याली के सुकून सा है तू

Kadambari☕

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