आज तक इश्क़ औ मोहब्बत को
एक ही समझे बैठे थे
वाइज़ भी यही समझाते रहे थे
शुक्र है खुदाया तूने बता दिया
इश्क़ में चाह है
लेकिन मोहब्बत में कोई चाह नहीं
इसलिए शायद मुहब्बत सबके बस की
बात नहीं
Kadambari Singh
आज तक इश्क़ औ मोहब्बत को
एक ही समझे बैठे थे
वाइज़ भी यही समझाते रहे थे
शुक्र है खुदाया तूने बता दिया
इश्क़ में चाह है
लेकिन मोहब्बत में कोई चाह नहीं
इसलिए शायद मुहब्बत सबके बस की
बात नहीं
Kadambari Singh