इश्क़ की खुशबू
इलायची जैसी धीमी – धीमी
भीनी – भीनी सी अच्छी लगती है
उस इश्क़ में मज़ा नहीं
जो इलायची के जैसे पेश कर दी जाये
Kadambari Singh
इश्क़ की खुशबू
इलायची जैसी धीमी – धीमी
भीनी – भीनी सी अच्छी लगती है
उस इश्क़ में मज़ा नहीं
जो इलायची के जैसे पेश कर दी जाये
Kadambari Singh