आसमां को छूने के लिये

अपने सपनों को टूटता देखने

की हिम्मत थी नहीं मुझमें

इसलिये हर ख्वाहिश को दरकिनार किया

जो ज़रूरी है, दुनिया का हिस्सा बने

रहने के लिये

अब मैं और मेरे सपनें तैयार हैं

आसमां को छूने के लिये

उड़ने के लिये

दुनिया का हिस्सा बनने के लिये

Kadambari Kishore

Kadambari Kishore

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