वैधव्य काल की क्रूरता है
सुअवसर, सुनिर्णय नहीं
इसके बाद देखने को मिलते हैं
अनगिनत रंग
श्वेत रंग के साथ
Kadambari Kishore
वैधव्य काल की क्रूरता है
सुअवसर, सुनिर्णय नहीं
इसके बाद देखने को मिलते हैं
अनगिनत रंग
श्वेत रंग के साथ
Kadambari Kishore